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शौहर को काबू में करने का वजीफा
शौहर को काबू में करने का वजीफा, इस्लाम मंे शौहर और बीवी के दर्जे को बहुत ही बुलंदी और मजबूती के साथ दर्ज किया गया है। उनके दांपत्य रिश्ते में मजबूती बनी रहने के लिए अल्लाह से दुआ मांगी जाती है।
यह दुआ शौहर-बीवी के लिए एक वजीफा की तरह होता है। इस रिश्ते को निभाने के सिलसिले में चाहे जितनी भी दिक्कतों का क्यों न सामना करना पड़े, लेकिन यह टूटने नहीं देना है। यह अल्लाह से मन्नत मांगी जाती है,
लेकिन कई बार ऐसा भी देखा गया है कि मुस्लिम शौहर अपनी बीवियों को दबाकर रखते हैं। उसपर दबदबा बनाए रहते हैं। अपना जोर आजमाते हैं। जिससे बीवी परेशान और तंग रहती है। वे मानिसक और आर्थिक परेशानियों से भी घिर जाती है।
यदि आपके शौहर भी आपके साथ बदसलुकी करते हैं और आपको बात-बात पर डांटते-फटकारते रहते हैं, तो इस समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए शौहर को काबू में करने का अमल करना चाहिए।
इस अमल की मदद से आपके शौहर कभी भी बदसलुकी करना बंद कर देंगे और वह आपके साथ मोहब्बत से पेश आएगा। आपकी इज्जत करेगा और आपकी बात, विचार और व्यवहार की भी कद्र करेगा।
इसी तरह से क्या आप अपने खाविंद यानी कि शौहर की लापरवाहियों और बुरी आदतों से परेशान हैं? क्या आपका खाविंद शाराबी है? क्या उसे जुआ खेलने या सट्टा लगाने की लत लग गई है? और क्या वह दूसरी बाजारू औरतों के पास जाता है?
आपके समझाने पर उल्टे आपको ही भला-बुरा कहता है? यदि हां तो आपको बेशक शौहर को काबू में करने का कुरानी वजिफा पढ़ना चाहिए। इस वजीफे को पढने का असर तुरंत होगा। जब आप वजीफा पढेंगी तब आपका शौहर दिल इन साने बुरे काम से परहेज करेगा और वह आपकी हर बात मानेगा।
अगर आप उनके रोज रात को देर से आने या फिर शराब पी कर आने की आदत से परेशान हैं तो आपको इसमें फर्क नजर आएगा। वह कुछ दिनों में ही दिल से बदला हुआ नजर आएगा।
यदि आपका शौहर का दिल दूसरी औरत पर आ गया है और वह आपको छोड़कर दूसरी औरत में दिलचस्पी लेने लगा है तो आपको शौहर को काबू में करने की दुआ पढ़ें। यह दुआ आपको आपके शौहर के करीब लाएगा। और फिर वह आपको छोड़कर किसी और औरत की तरफ झुकाव नहीं होगा।
वह आपको बेशुमार मोहब्बत देगा और आप जैसा कहेंगी वैसा ही करेगा। आपको वजिफा और दुआ के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने के लिए इस्लामी एस्ट्रोलाॅजर से संपर्क करना चाहिए। वैसे इस्लाम में तरीका इस प्रकार हैः-
शक्तिशाली वजीफाः इस अमल को किसी भी रोज शुरू किया जा सकता है, लेकिन वह अल्लाह की नमाज के बाद करना चाहिए। शुरूआत से पहले चमेली का तेल रख लें। नमाज खत्म होने के बाद फिर से वजू करें। उसके बाद विस्मिल्लाह हीर रेहमनिर रहीम पढ़ंे।
इसे पढ़ने के बाद 69 बार मरतबा अल लातीफु पढ़ें। चमेली के तेल पर फूंक मारें और मन्नत मांगे। उस चमेली के तेल से अपने शौहर के सिर की मालिश करें। इस अमल को तीन रोज करें। इसका असर अचूक होगा। शौहर आपको परेशान करना या बात-बातपर जलील करना बंद कर देगा।
शौहर को काबू में करने की दुआ
शौहर को काबू में करने का यह वजीफा के अतिरिक्त यदि अल्लाह से दुआ की जाए तो उससे बहके हुए शौहर को काबू में लाया जा सकता है। इसके प्रयोग करने से पहले सबसे पहले वजू करें। उसके बाद तहज्जुद की नमाज पढें। इसे पढ़ने के बाद सजदा करें।
अपनी हथेलियों पर शौहर की एक तस्वीर रखें या फिर आंखें बंद कर उसे दिल से स्मरण करें। अल्लाह से शौहर की सलामती की दुआ मांगें। उसके बाद 1000 बार दरूध शरीफ पढ़ें और अपनी मुसीबतें दूर करने की मन्नत मांगें। इसके पूरा होने पर अल्लाह पाक आपकी दुआओं का कबूल करेंगे और आपको जरूर मदद मिलेगी।
आपसी रिश्ते की मजबूती
शौहर के साथ आपसी रिश्ते की मजबूती के लिए जरूरी है कि शौहर सिर्फ आपसे मोहब्बत करे और आपको बीवी का दर्जा इज्जत के साथ दे। इसमें दूसरी औरत का शौहर के संबंध बनने से मुश्किल आती है। इसे अनैतिक रिश्ते को खत्म करने के लिए आप सोने से पहले इस अमल का अपनाएं।
वजू करने के बाद 11 बार दुरूद शरीफ की 11 बार जाप करें। उसके बाद विस्मिल्लाह शरीफ का जाप करें। अब अपने शौहर को दिल और दिमाग से अपनी दोनों आंखें बेद कर इस प्रकार स्मरण करें, कि उसकी तस्वीर उभर कर सामने आ जाए। ऐसा हो जाने के बाद निम्न आयत पढ़ें।
मन काना मोहम्मद इन अबा आदिन,
मिन रिजालिकुम वाल्ला किन रसूल
अल्लाही वा खातिमान नाबियीना
बी रेहमातिका या अर हमार रहेमेना।
इस तरीके को लगतार 11 दिनों तक करें। इसका असर शौहर पर होगा और शौहर द्वारा आपकी तारीफ सुनने को मिलेगी।
शौहर को अपना बनाने की ताबीज
बीवी की बात नहीं सुनने वाले शौहर को ताबीज के जरिए अपना बनाया जा सकता है। यह बहुत पुराना और बेहद असरदार रोहानी इलाज है। ताबीत की मदद से पीड़ित बीवी अपने शौहर को हमेशा के लिए अपना बना सकती है।
ताबीज धारण करने के साथ बीवी को चाहिए कि वह अपने शौहर को गुलाम बनाने का वजीफा पढ़े। इसे अपनाने पर बीवी शौहर को अपने आगे-पीछे घुमने पर मजबूर कर सकती है।
जब बीवी इस वजीफा को नियम से पढ़ेगी तो उसका शौहर उसकी हर बात मनेगा। इसका तरीका इस प्रकार है- सबसे पहले बीवी को चाहिए कि वह ताजा वजू बना ले। उसके बाद ती मर्तबा दुरूद शरीफ पढ़े। दुरूद शरीफ पढ़ने के बाद सुरह बकरा पढ़े।
इस वजीफे के दौरान अपने शाहर का ध्यान जहन में तहे दिल से करे। उसकी अच्छाइयों को याद करें। अब अल्लाहताला से शौहर के सलामती की दुआ करें। उसके बाद एक बार फिर से तीन मर्तबा दुरूद शरीफ पढ़ें। फिर अपने शौहर के चेहरे पर दमभरें।
यहां ध्यान देने वाली महत्वपूर्ण बात वजीफा पढ़ने और उसे नियम से इस्तेमाल करने की है। यह जानकारी मौलवी से मिलकर लेनी चाहिए। वजीफा उर्दू में स्पष्ट उच्चारण के साथ पढ़ना चाहिए।
गुलाब के फूल
शौहर को काबू में करने का एक आसान अमल गुलाब के साथ किया जा सकता है। इतवार के दिन माघरिब और इशा के दरम्यां आप गुलाब को कुछ ताजा फूल अपने पास रख लें। उसके बाद सात मर्तबा पाठ नीचे दिए गए पाठ को पढ़कर उसे शौहर के सिरहाने रख दें। इस अमल को आप लगातार तीन दिनों तक करें। अमल में इसे पढ़ेंः-
अल्लाह हुम्मा तहेसा अलिया अबसारा जालिमतिही वाल मुरिदीीन बिस सु वा अन तस्रिफ कुलु बहुम अन शार्री मा यज मेरु नहु इला खारी ला यमलाका हु गैरिका।